बीमारी के बाद खानपान का ध्यान रखना जरुरी  

सही खानपान से कमजोरी होगी दूर 



अधिकांश लोगों का मानना है कि हमारे शरीर को पोषक तत्वों की जरूरत सिर्फ उसी वक्त होती है, जब हम बड़े हो रहे होते हैं ताकि शरीर मजबूत बने। वहीं सही खानपान का दूसरा संबंध अब सीधे तौर पर डाइटिंग से लगाया जाने लगा है ताकि वजन कम हो सके। डाइटिंग और पोषण के अलावा भी सही खानपान एक और चीज के लिए जरूरी है, वह है बीमारियों को दूर भगाने के लिए। हम में से अधिकांश लोग सही खानपान के इस उपयोग को पूरी तरह से अनदेखा कर जाते हैं। सबको पता है कि नीबू में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है और इसके नियमित सेवन से सर्दी-जुकाम से दूर रहा जा सकता है, पर हम इसे अनदेखा कर जाते हैं। खानपान से जुड़े अन्य खाद्य पदार्थ भी अपने में कई गुण समेटे हुए होते हैं। जरूरी है कि हम उन गुणों को पहचाने और सही खाने की मदद से खुद को निरोग रखें। सही खाना और सही पोषण हमारे शरीर का आधार है। अगर शरीर को पोषण पर्याप्त मात्रा में मिल रहा है, तो आपका शरीर किसी भी बीमारी से बेहतर तरीके से लड़ पाएगा और साथ ही बीमारी के कारण आई कमजोरी भी जल्द ही दूर हो जाएगी। इसके विपरीत अगर शरीर में पोषक तत्वों की कमी पहले से ही है, तो बीमारी के बाद आपको ठीक होने में ज्यादा वक्त लगेगा और साथ ही आप बार-बार बीमार भी पड़ेंगी।


आज की सच्चाई यह है कि मेडिसीन और न्यूट्रिशन एक-दूसरे से काफी हद तक अलग हो चुके हैं। मेडिसीन तरह-तरह के शोध आदि के कारण जहां एक ओर काफी आगे निकल चुका है, वहीं न्यूट्रिशन उसके साथ कदम मिलाकर नहीं चल सकी है। परिणाम यह हुआ है कि अधिकांश लोगों को बीमार पड़ने के बाद खुद को पोषक तत्वों की मदद से ठीक करने का तरीका खुद ही ढूंढ़ना पड़ रहा है। बीमारी ठीक होने के बाद आपका शरीर सामान्य हो जाए, इसके लिए हर बीमारी के बाद शरीर की अलग-अलग तरह की जरूरतें होती हैं। अगर आपको यह पता चल जाए कि कौन सा खाद्य पदार्थ कौन-सी बीमारी के बाद आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है, तो बात काफी हद तक बन सकती है।


पाचन तंत्र रहेगा हेल्दी


लीवर शरीर का वह अंग है, जो हमारे मेटाबॉलिज्म और डिटॉक्सीफिकेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न सिर्फ खाने को एनर्जी में बदलने का काम करता है, बल्कि शरीर की कोशिकाओं को रिपेयर करने और नई कोशिकाओं के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर लीवर कमजोर हो जाए तो उसे भी ठीक होने के लिए कुछ खास चीजों की जरूरत होती है।


- लीवर जल्दी से ठीक हो जाए, इसके लिए आपको जरूरत है एलेक्ट्रोलाइट्स की। एलेक्ट्रोलाइट्स की इस जरूरत को पूरा करने के लिए अपनी डाइट में सेंधा नमक, ब्राउन शुगर और सौंफ को शामिल करें।


- अपनी डाइट में हल्दी, अदरक और पेपरमिंट को शामिल करें। हल्दी लीवर के इन्फेक्शन को कम करेगा, अदरक लीवर को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करेगा और पेपरमिंट शरीर में बनने वाले गैस को कम करने का काम करेगा।


- हमारे में शरीर में लीवर का काम ही कुछ ऐसा है, जिसकी वजह से उसमें ढेर सारे टॉक्सिन इकट्ठा हो जाते हैं। टॉक्सिन को लीवर से हटाने के लिए हमारे शरीर को एल्कलाइन फूड्स की जरूरत होती है। एल्कलाइन फूड्स के लिए अपनी डाइट में ऐलोवेरा जूस, आंवला और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स को शामिल करें। ऐलोवेरा जूस लीवर को न सिर्फ साफ करेगा, बल्कि उसे ठंडा भी रखेगा। आंवला विटामिन सी के प्रमुख स्रोतों में से एक है और यह कोशिकाओं को ठीक करने में मददगार होता है। वहीं, लीवर ठीक तरह से काम करे, इसलिए विटामिन बी कॉम्प्लेक्स जरूरी है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी का सबसे ज्यादा असर लीवर पर ही पड़ता है। शरीर को विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पर्याप्त मात्रा में मिलता रहे, इसके लिए फल और साबुत अनाज को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।


बुखार के बाद..


बुखार के बाद की रिकवरी के लिए सबसे जरूरी है, लीवर का हेल्दी होना और शरीर को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ मिलना इसलिए जरूरी है कि बुखार ठीक होने के बाद आप ऐसा खाना खाएं, जिसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में हो, साथ ही एलेक्ट्रोलाइट्स भी हो।


नारियल पानी पिएं- इसमें प्राकृतिक शुगर होता है और साथ ही यह शरीर को एलेक्ट्रोलाइट्स भी प्रदान करता है।


-नियमित रूप से नीबू पानी पिएं, पर उसमें ब्राउन शुगर और सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।


-मौसमी का फ्रेश जूस पिएं।


-मांसाहारी खाना, भुट्टा, बेसन जैसी चीजों से परहेज करें।


ये दूर करेंगे आपकी खिचखिच


कोल्ड होना या फिर सांसों से जुड़ी कोई और परेशानी का मुख्य कारण है, शरीर में कफ की अधिकता। कफ कम करने क लिए डाइट चुनते वक्त इन बातों का ध्यान रखें:


-चावल, केला, कोल्ड ड्रिंक्स, मैदा, लस्सी और पनीर आदि न खाएं।


-काली मिर्च, हल्दी और अदरक वाला सूप पिएं।


-तुलसी पत्ता और नीम की पत्तियों का स्टीम लें।


-अपनी डाइट में ज्यादा प्रोटीन और कम फैट वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। मूंग दाल, लोबिया, काला चना, सोयाबीन और उबले हुए भट्टे खाएं। इससे कफ सूखता है। सेब और मौसमी जैसे फल भी शरीर को पर्याप्त मात्र में प्रोटीन देते हैं, जिससे कोशिकाओं का पुर्निर्माण तेजी से होता है।


-कोल्ड और कफ होने के बाद आप जल्दी से ठीक हो जाएं, इसके लिए शरीर को जिंक और विटामिन सी की भी जरूरत होती है। विटामिन सी की कमी को पूरा करने के लिए नींबू और अन्य खट्टे फलों को अपनी डाइट का नियमित रूप से हिस्सा बनाएं।